प्यारे साथियों, भारत के भावी कर्णधार एवं मेरे प्रबुद्ध दोस्तों,
आप सभी को क्रिसमस दिवस पर
तहे दिल से हार्दिक बधाई |
ईशवर आप सभी को सत्कर्म करने की सुबुद्धि दे | सभी जीवों से प्यार करना, दीन दुखियों एवं ज़रूरतमंदों की सेवा करने से बड़ा दूसरा कोई धर्म, शायद मेरी नज़रों में नहीं है |
धर्म चाहे कोई हो सार सबका एक ही है | सर्व शक्तिमान जिसे हम ईशवर कहें, अल्लाह कहें. वाहे गुरु कहें या फिर उसे किसी और नाम से पुकारें, वोह एक ही है | हमने और आपने इसे अलग अलग नाम दे रखा है | इसलिए सभी धर्मों का समान रूप से सम्मान करो | तभी देश में धार्मिक सद्भाव बनेगा और देश में अमन, चैन और शान्ति की स्थापना की सम्भावना बन पायेगी | और तभी देश की वास्तविक एवं सर्वांगीण विकास संभव है | मेरा मानना है "देश की खातिर जीना सीखो न कि देश कि खातिर मरना" | तब हम विक्सित होंगे और हमारा प्यारा भारत खुशहाल होगा | फिर हम गर्व से कह पाएंगे कि हम विकास कि ओर अग्रसर हो रहे हैं |
दोस्तों, मैं कहता रहता हूँ, "मेरा भारत वाकई महान है" | यहाँ सोने की चिडियों का बसेरा एक बार फिर से हो सकता है | पर इसके लिए ज़रूरी है अपनी सोच बदलने की, अपनी कोशिशों को एक नई दिशा देने की - आपस में भाईचारा स्थापित करने की | यह मत भूलो कि अंदरूनी कलह से अपना ही घर बर्बाद होता है | इसलिए इस अंदरूनी कलह और फासले को मिटा दो | हमारा देश फिर से सोने कि चिडियों से चहक उठेगा |
डी एन श्रीवास्तव
TEAM ASTITVA
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