Wednesday, March 16, 2011



Media Spokes Person
astitva

सच्चा वाक्या
क्या आप जानते हैं? इस नन्ही सी बच्ची ने पहले तो अपना पिता खोया, फिर चिंता ने इसके दोनों गुर्दे यानि किडनी को खराब कर दिया| और अब इसे जीने के लिए हफ्ते में तीन दिन डायलिसिस पर रहना पड़ता है| डायलिसिस की वज़ह से क्लास में अनुपस्थित रहना पड़ता है| अब ऐसी हालत में भी जामिया के वाइस चांसलर ने अटेंडेंस कम होने की वज़ह से इस बच्ची को परीक्षा में बैठने से रोक दिया| यानि मदद करना तो दूर, उल्टा परेशान कर दिया|
बच्ची परीक्षा देने से महरूम रह गयी|
इस पर जयराम विप्लव ने जामिया के वाइस चांसलर को ललकारा !!!!

जयराम ने जामिया विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर नजीब जंग से कड़े शब्दों में कहा

"नजीब जंग होश में आओ ......"




जयराम भाई,
इस देश की बदकिस्मती है कि यहाँ पर ऐसे ऐसे लोग पड़े हैं जो पढाई के मामले में तो शातिशाली और कठोर कानून का इस्तेमाल करते हैं| दलील में कानून की पूरी किताब पढ़ा देते हैं| पर जब बात देश में कोढ़ की तरह फ़ैल रहे भ्रष्टाचार को मिटाने और भ्रष्ट लोगों पर कार्यवाही की होती है, तब सबके हाथ ढीले और शिथिल भी पड़ जाते हैं और ये सारे नालायक अपनी अपनी लाचारी अपने अपने अंदाज़ में व्यक्त भी कर देते हैं| बड़े बड़े नेता भी उस वक्त कानून को भूल जाते हैं| कानून को ताक पर चढ़ा दिया जाता है | वास्तव में इन नेता, शिक्षक और वाइस चांसलर जैसे लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए| जयराम ऐसे तो शर्म आने वाली है नहीं इन लोगों को| तुम चाहो तो हम अस्तित्व के लोग तुम्हारे साथ चलकर इनको शर्मिंदा कर दें| तुम्हारे प्रतिक्रिया के इंतज़ार में .......

वैसे आपने जो वैसे आपने जो कड़ा रोष और विरोध प्रकट किया है और जिन कड़े शब्दों में जामिया विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर नजीब जंग पर दहाडा है, वो प्रशंसनीय और सराहनीय है| धिक्कार है नजीब जंग पर|

यदि आप जितनी दिलेरी बाकियों में भी आ जाये तो मेरे भारत से गरीबी, दुःख, मुसीबत, मजबूरी, बेबसी, लाचारी, अन्धविश्वास, शोषण, अत्याचार जैसे अनेकों कोढ़ जैसी बीमारी का समूल विनाश हो जाये और हमारे भारत में फिर से सोने कि चिडियों का बसेरा हो जाये| तुम्हारी जय हो ...

DN SRIVASTAVA



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